राजभाषा विमर्श

भारतीय जन संचार संस्थान अक्टूबर, 2021 से लगातार 'राजभाषा विमर्श' का प्रकाशन कर रहा है। संस्थान के राजभाषा विभाग के दायित्वों में हिंदी के प्रगामी प्रयोग को प्रोत्साहन देने के लिए पत्र-पत्रिकाओं का प्रकाशन एक प्रमुख दायित्व है। 'राजभाषा विमर्श' न केवल उस दायित्व का निर्वाह करती है, बल्कि हिंदी संबंधी गतिविधियों के वृहत प्रचार हेतु एक औपचारिक मंच भी प्रदान करती है। पत्रिका का वितरण संस्थान के दिल्ली एवं क्षेत्रीय केंद्रों, देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं हिंदी के प्रमुख विद्धानों के मध्य किया जाता है।

भारतीय जन संचार संस्थान नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, दक्षिणी दिल्ली-03 का अध्यक्ष कार्यालय भी है, जिसके अंतर्गत 84 सदस्य कार्यालय आते हैं। सभी सदस्य कार्यालयों को भी पत्रिका का वितरण निशुल्क किया जाता है। भारतीय जन संचार संस्थान राजभाषा के प्रगामी प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है एवं 'राजभाषा विमर्श' इस दिशा में हमारा एक सफल और सार्थक प्रयास है।

'राजभाषा विमर्श' को राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रदत्त वर्ष 2022-23 का 'राजभाषा कीर्ति पुरस्कार' भी प्रदान किया गया है। 'राजभाषा कीर्ति पुरस्कार' राजभाषा कार्यान्वयन के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार है।

अपनी रचनाएं भेजने हेतु संपर्क करें : rajbhashavimarsh.iimc@gmail.com