हमारे बारे में

भारतीय जन संचार संस्थान (IIMC) के दक्षिणी क्षेत्रीय केंद्र की स्थापना सन् 1994 में कोट्टायम के समीप वदावथूर में की गई थी। शुरुआत में केंद्र का उद्देश्य कामकाजी पत्रकारों, जनसंपर्क पेशेवरों और राज्य सरकार के सूचना अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान करना था। लगभग एक वर्ष के लिए अस्थायी रूप से बंद होने के बाद, सन् 2012 में, कोट्टायम में महात्मा गांधी विश्वविद्यालय परिसर में इस केंद्र को फिर से स्थापित किया गया। कालांतर में यह एक ऐसे केंद्र के रूप में मील का पत्थर साबित हुआ, जिसने अँग्रेजी पत्रकारिता में स्नातकोत्तर डिप्लोमा कार्यक्रम की शुरुआत करके स्नातक छात्रों के लिए अपने दरवाजे खोले। तब से, केंद्र ने लगातार पत्रकारिता के क्षेत्र में प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने का काम करते हुए अटूट प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया है। केंद्र ने अपनी उच्च गुणवत्ता बनाए रखी है और मीडिया उद्यमिता का पेशेवर अंदाज बरकरार रखा है।

सन् 2017 में, केंद्र ने क्षेत्रीय परिवेश में पत्रकारिता के शिक्षण-प्रशिक्षण में नए गुणवत्ता मानक स्थापित करने के उद्देश्य से मलयालम भाषा में पत्रकारिता का स्नातकोत्तर डिप्लोमा कार्यक्रम शुरू किया। यह मलयालम में अपनी तरह का पहला पत्रकारिता पाठ्यक्रम है, जिसमें राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य के साथ भाषाई मीडिया में गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण प्रदान करने पर विशेष ध्यान दिया गया है। कुछ समय बाद, सन् 2019 के दौरान, दक्षिणी क्षेत्रीय केंद्र का स्थायी परिसर कोट्टायम से लगभग 14 किमी दूर पंपाडी में दस एकड़ के हरे-भरे, सुंदर स्थान पर स्थापित किया गया। इस परिसर में शैक्षणिक सह प्रशासनिक भवन, लड़कियों के लिए छात्रावास, स्टाफ क्वार्टर और कई अन्य आवश्यक सुविधाएँ मौजूद हैं। केंद्र, शैक्षणिक वर्ष 2024-25 से डिजिटल मीडिया में एक नया स्नातकोत्तर डिप्लोमा कार्यक्रम शुरू करने जा रहा है, जो डिजिटल मीडिया की जरूरतों को पूरा करने की दृष्टि से केंद्र को और व्यापक आयाम देगा।

सुविधाएँ

स्मार्ट क्लास रूम : सभी कक्षाएँ और अन्य ट्यूटोरियल रूम वातानुकूलित हैं। इनमें यथास्थान इलेक्ट्रॉनिक प्रोजेक्शन सुविधा, इंटरनेट और अन्य आवश्यक संचार उपकरण लगाए गए हैं।

सेमिनार हॉल : दृश्य-श्रव्य सुविधाओं से युक्त एक वातानुकूलित सेमिनार हॉल उपलब्ध है।

कंप्यूटर लैब : वर्तमान में कंप्यूटर लैब में लगभग 50 विद्यार्थी एक साथ बैठकर काम कर सकते हैं। सभी कंप्यूटर डिजाइनिंग और संपादन हेतु आवश्यक सॉफ्टवेयरों से लैस हैं।

स्टूडियो : परिसर में एक अत्याधुनिक टीवी प्रोडक्शन स्टूडियो उपलब्ध है, जिसमें लाइटिंग उपकरण, कंप्यूटर, ट्राइ-पॉड के साथ डिजिटल वीडियो कैमरा, डीएसएलआर कैमरे, साउंड रिकॉर्डर, टेलीप्रॉम्प्टर, एडिट सूट जैसे अन्यान्य आवश्यक उपकरण और सुविधाएँ मुहैया कराई गई हैं।

पुस्तकालय : केंद्र में एक सुविधासम्पन्न जन संचार पुस्तकालय है, जिसमें जन संचार और मीडिया के विभिन्न पहलुओं पर मलयालम के साथ-साथ अँग्रेजी पुस्तकों का भी विशाल संग्रह है। पुस्तकालय में अँग्रेजी और मलयालम के विभिन्न समाचार पत्रों और पत्रिकाओं को नियमित मँगाया जाता है।

लड़कियों का छात्रावास : लड़कियों के लिए एक सुविधासम्पन्न छात्रावास है, जिसमें हर कमरे में दो छात्राओं के लिए आवास सुविधाएँ प्रदान की गई हैं। लड़कियों के लिए छात्रावास में वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध है। हालाँकि आवश्यक नहीं है कि प्रवेश पाने वाली सभी छात्राओं को छात्रावास की सुविधा आवंटित की जाए। जिनका प्रवेश कैंपस हॉस्टल में संभव नहीं हो हो सकता, उन्हें पास के निजी हॉस्टल में आवास मिल सकता है।

स्वास्थ्य और मनोरंजन : छात्रों को स्वस्थ और चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए व्यायाम के आवश्यक उपकरणों के साथ छात्रावास परिसर के भीतर एक आउटडोर व्यायामशाला स्थापित की गई है। मनोरंजन के लिए छात्रावास में टेबल टेनिस की सुविधा और शतरंज बोर्ड जैसे इनडोर खेल भी उपलब्ध हैं। बैडमिंटन कोर्ट और ट्रैकिंग ट्रैक जैसी बाहरी सुविधाएँ भी दी गई हैं।

जैविक खेती और जड़ी-बूटी संग्रहालय : परिसर के रहवासियों ने छात्रों के बीच जैविक खेती के प्रति जागरूकता फैलाने और कृषि में रुचि पैदा करने के लिए छोटे-छोटे भूखंडों पर सब्जियों की खेती शुरू की है। औषधीय पौधों के संरक्षण के महत्त्व को प्रदर्शित करने के लिए इस केंद्र को औषधीय जड़ी-बूटियों/पौधों के एक छोटे जड़ी-बूटी संग्रहालय के रूप में भी विकसित किया गया है।