अवधिः 1 वर्ष
पाठ्यक्रम निदेशकः डॉ मृणाल चटर्जी
उड़िया भाषा के मीडिया की बढ़ती हुई आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए भारतीय जन संचार संस्थान, ढेंकानाल में वर्ष 2001-2002 में, उड़िया पत्रकारिता में स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम शुरू किया जिसमें 15 सीटें थीं। यह संस्थान के द्वारा पहली बार हिन्दी के अलावा किसी अन्य भाषा में प्रारंभ किया गया भाषाई पत्रकारिता पाठ्यक्रम था। स्थापना से लेकर इस पाठ्यक्रम के संचालन में क्षेत्रीय मीडिया उद्योग ने अपना पूर्ण सहयोग दिया है। संपादक और वरिष्ठ मीडिया कर्मी प्रायः भारतीय जन संचार संस्थान, ढेंकानाल आते रहते हैं और विद्यार्थियों से वैचारिक आदान-प्रदान करते रहते हैं। इससे विद्यार्थियों के ज्ञान और पेशे की व्यावहारिक जटिलताओं के प्रति समझ में वृद्धि होती है।
पाठ्यक्रम के उद्देश्य
- भारत में संचार का व्यापक परिप्रेक्ष्य प्रदान करना
- प्रभावी संचार के माध्यम से अपने योगदान और सहभागिता को बढ़ाने में पत्रकारों की भूमिका को रेखांकित करना।
- विद्यार्थियों को संचार कौशल से परिचित और लैस करना।
- देश के लिए महत्वपूर्ण प्राथमिक विषयों पर उपयुक्त संचार नीति तैयार करना।
- सूचना प्रौद्योगिकी के परिवर्तनों को ध्यान में रखते हुए पत्रकारों/ संचारकर्मियों को उनकी जानकारी देते हुए अवसरों को परिभाषित करना।
- रिपोर्ट लेखन/संपादन/प्रोडक्शन/वितरण की नई/उभरती हुई तकनीकों की जानकारी देना।
- सरकारी मीडिया संगठनों और निजी प्रयासों की भूमिका की जानकारी देना।
पाठ्यचर्या
- संचारः अवधारणा एवं प्रक्रिया
- पत्रकारिता का इतिहास, कानून एवं आचार संहिता
- रिपोर्टिंगः अवधारणा एवं प्रक्रिया
- रिपोर्टिंगः व्यावहारिक अभ्यास
- संपादनः अवधारणा एवं प्रक्रिया
- संपादनः व्यावहारिक अभ्यास
- जनसंपर्कः विज्ञापन एवं समाचार पत्र प्रबंधन
- रेडियो एवं टीवी पत्रकारिता
- विकास पत्रकारिता
- न्यू मीडिया एवं साइबर पत्रकारिता